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Sunday, 6 January 2019

अखिलेश के पक्ष में आई बसपा-कांग्रेस, कहा- भाजपा ने किया 'तोते' के साथ गठबंधन

सपा-बसपा ने साझा प्रेस कांफ्रेंस की

उत्तर प्रदेश में रेत खनन घोटाले मामले की जांच की आंच समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव तक पहुंच गई है। इसपर सपा-बसपा (बहुजन समाज पार्टी) ने मिलकर प्रेस कांफ्रेंस की और केंद्र सरकार पर निशाना साधा। लगभग 25 साल बाद दोनों पार्टियों ने मिलकर साझा प्रेस कांफ्रेंस की है। सपा के रामगोपाल यादव और बसपा के सतीश चंद्र मिश्रा ने कहा कि अभी हमारा गठबंधन हुआ भी नहीं है और भाजपा ने सीबीआई से गठबंधन कर लिया है। 

कांग्रेस भी अखिलेश के बचाव में आ गई है। सपा सांसद राम गोपाल यादव ने कहा, 'सपा और बसपा के मिलने मात्र से यह सरकार कांप गई है जबकि खनन मामले में दायर चार्जशीट में अधिकारी का नाम है अखिलेश का नाम नहीं है। केंद्र सरकार के इशारे पर चुनाव से पहले सीबीआई का दुरुपयोग करने की मंशा है। प्रधानमंत्री को कहीं और से लोकसभा चुनाव लड़ना पड़ेगा। भाजपा ने तोते (सीबीआई) से गठबंधन किया है। हम सड़क पर आए तो भाजपा का चलना मुश्किल हो जाएगा।'

बसपा के मिश्रा ने कहा कि नए साल में दोनों पार्टी के नेताओं की दिल्ली में औपचारिक मुलाकात से भाजपा हताश हो गई है और इसलिए सीबीआई का दुरुपयोग कर रही है। उन्होंने कहा, 'खनन घोटाले में आईएएस अधिकारी के ऊपर एफआईआर दर्ज है। एफआईआर इस बात की है कि प्रदेश में जो कानून बनाया उसका उल्लंघन करके उन्होंने आवंटन किया तो इसमें तत्कालीन मुख्यमंत्री अखिलेश के ऊपर आरोप कैसे लग गए। सरकार हताशा में है। कहीं खिचड़ी पका रहे हैं कहीं बना रहे हैं। कहीं कह रहे हैं कि राम मंदिर बनाएंगे, फिर कह रहे हैं कि राम मूर्ति बनाएंगे। पूरा यूपी कराह रहा है।' 

कांग्रेस सांसद गुलाम नबी आजाद ने कहा, 'मोदी सरकार ने जो वादे किए उनको पूरा करने पर कोई ध्यान नहीं दिया गया है। सिर्फ इस पर पूरा ध्यान लगाया है कि सीबीआई, ईडी और आयकर विभाग का कैसे अपने विरोधियों को कमजोर करने और उन पर आरोप लगाने के लिए इस्तेमाल करना है। चाहे कांग्रेस के नेता हों, राकांपा के नेता हों, तृणमूल कांग्रेस, द्रमुक या अन्नाद्रमुक के नेता हों, उन पर सीबीआई, आयकर और ईडी की कार्रवाई के जरिए उनको डराने धमकाने का पूरा प्रयास किया। राफेल का मुद्दा कांग्रेस अध्यक्ष लगातार उठाते आ रहे हैं। पूरा देश कह रहा है कि राफेल खरीद बहुत बड़ा घोटाला है।'

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